लाम= लाम का अर्थ होता है “लघु” और इसे 1 मात्रा के लिए प्रयोग करते हैं| {‘लाम’ उर्दू का एक हर्फ़ है जो हिंदी के “ल” के सामान है}गाफ = गाफ का अर्थ होता है दीर्घ और इसे 2 मात्रा के लिए प्रयोग करते हैं| {उर्दू का हर्फ़ गाफ़ हिंदी में “ग”} उदाहरण = आ =2 (यह भी ग़ज़ल की सबसे छोटी इकाई है )
ग़ज़ल कैसे लिखे?
ग़ज़ले के पहले शेर को मतला , अंतिम को मकता जिसमें शायर अपना उपनाम लिखता है. एक ग़ज़ल मे कई मतले हो सकते हैं और ग़ज़ल बिना मतले के भी हो सकती है। ग़ज़ल में कम से कम तीन शेर तो होने चाहिए। ग़ज़ल का हर शेर अलग विषय पर होता है एक विषय पर लिखी ग़ज़ल को ग़ज़ले-मुसल्सल कहते हैं.
ग़ज़ल के जनक कौन हैं?
गजलकार लक्ष्मी चंद्र श्रीवास्तव के गजल संग्रह का विमोचन रविवार को हिंदी संस्थान के निराला सभागार में हुआ। उनकी किताब ‘हिंदी गजलों के जनक दद्दा’ का विमोचन करने आए मुख्य अतिथि सोम ठाकुर ने कहा कि हिंदी के गजलों को जिस तरह से दद्दा जी ने पेश किया है आज तक कोई नहीं कर पाया। उनकी गजलों के बोल और भाव बेहद करीब से लगते हैं।
शायरी कैसे लिखे?
दोस्तो शायरी लिखने का आसान तरीका यह है कि सबसे पहले अपको हिंदी और उर्दू के शब्दों का मतलब क्या है और उनके विचार होना जरूरी है शब्दों का पूरा संग्रह होना जरूरी है जिस से आपको शायरी लिखने मैं काफी मदद मिलेगी । “जो दिल मे उतर जाये फिर भुलाये ना जाये ।। जो दिल मे उतर जाये फिर भुलाये ना जाये।