ग़ज़ल के पहले शेर को क्या कहते हैं?
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शेर के पहले मिसरे को 'मिसर-ए-ऊला' और दूसरे को 'मिसर-ए-सानी' कहते हैं। ग़ज़ल के पहले शेर को 'मत्ला' कहते हैं। इसके दोनों मिसरों में यानि पंक्तियों में 'क़ाफिया' होता हैं।
शायरी सुनाने वाले को क्या कहते हैं?
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शायरी (شاعری), शेर-ओ-शायरी या सुख़न भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित एक कविता का रूप हैं जिसमें उर्दू-हिन्दी भाषाओँ में कविताएँ लिखी जाती हैं। शायरी में संस्कृत, फ़ारसी, अरबी और तुर्की भाषाओँ के मूल शब्दों का मिश्रित प्रयोग किया जाता है। शायरी लिखने वाले कवि को शायर या सुख़नवर कहा जाता है।
ग़ज़ल को हिन्दी मे क्या बोलते हैं?
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वह कविता जिसमें नायिका के सौन्दर्य और उसके प्रति प्रेम का वर्णन हो। फारसी ओर उर्दू में एक प्रकार का पद्य जिसमें दो दो कड़ियों का एक एक चरण होता है तथा प्रत्येक दूसरी कड़ी में अनुप्रास होता हैं।
शायरी का क्या मतलब होता है? :- शायरी, शेर-ओ-शायरी या सुख़न भारतीय उपमहाद्वीप में प्रचलित एक कविता का रूप हैं जिसमें उर्दू-हिन्दी भाषाओँ में कविताएँ लिखी जाती हैं। शायरी में संस्कृत, फ़ारसी, अरबी और तुर्की भाषाओँ के मूल शब्दों का मिश्रित प्रयोग किया जाता है। शायरी लिखने वाले कवि को शायर या सुख़नवर कहा जाता है।
शेर और शायरी में क्या फर्क़ हैं?
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ग़ज़ल एक लम्बी कविता होती है जिसमे पांच से लेकर 25 शेर हो सकते हैं जबकि शेर दो पंक्तियों की एक कविता होती है।
गीत और ग़ज़ल में क्या अन्तर है?
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हर ग़ज़ल को बतौर गीत गाया जा सकता है पर हर गीत को ग़ज़ल बनाया नहीं जा सकता। गीत – छंद युक्त या छंद मुक्त कुछ भी हो सकता है पर लय होना जरूरी है । गीत में राग होना भी वांछित (desirable ) है। पर ग़ज़ल हज़ारों छंदों में से कुछ खास किस्म के छंदों को ही कहा जाता है।
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